https://mdshahalam786.blogspot.com/

जो लोग हमें ताने देते हैं,

 जो लोग हमें ताने देते हैं, हमने तो बस चुप्पी साध ली है। बुराई में भी अच्छाई ढूँढते हैं, हमने तो सबको दुआ ही दी है। हम बुरे सही, मगर किसका द...

Friday, 15 September 2023

कैसे अदा करूँगा मोहब्बत का क़र्ज़ मैं

कैसे अदा करूँगा मोहब्बत का क़र्ज़ मैं 
शाह आलम को शाह आलम  बनाया है आपने
MD SHAह ALAम

प्यास के ज़िक्र को रखता हूँ जुदा पानी से

प्यास के ज़िक्र को रखता हूँ जुदा पानी से
देखते रहते हैं दरिया मुझे हैरानी से।
MD SHAह ALAम

टूटी हुई कश्ती का हुनर देख रहे हैं

टूटी हुई कश्ती का हुनर देख रहे हैं
साहिल पे खड़े लोग इधर देख रहे हैं।
तुम पॉंव के छालों को फ़क़त देख रहे हो
हम और भी आगे का सफ़र देख रहे हैं।
        MD SHAह ALAम