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जो लोग हमें ताने देते हैं,

 जो लोग हमें ताने देते हैं, हमने तो बस चुप्पी साध ली है। बुराई में भी अच्छाई ढूँढते हैं, हमने तो सबको दुआ ही दी है। हम बुरे सही, मगर किसका द...

Monday, 26 February 2018

S. Alam

​फूल कभी दोबारा नहीं खिलते;
जन्म कभी दोबारा नहीं मिलते;
मिलते है लोग हजारों पर ;
हजारों गलतियां माफ़ करने वाले;
माँ बाप दोबारा नहीं मिलते।
S. Alam

Sunday, 25 February 2018

S. Alam

प्यार किया था तो प्यार का अंजाम कहाँ मालूम था!
वफ़ा के बदले मिलेगी बेवफाई कहाँ मालूम था!
सोचा था तैर के पार कर लेंगे प्यार के दरिया को!
पर बीच दरिया मिल जायेगा भंवर कहाँ मालूम था!
S. Alam 

Saturday, 24 February 2018

MD SHAह ALAम

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मैने जब सोचा कि तुम बिन जिना मुश्किल बात नही,
दिन तो मुश्किल से ही गुज़रा, तुम बिन गुज़री रात कहाँ
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ज़हर समय का वह पी लेगा, कहता है तो कहने दो..
लीडर है वो सच न मानें, अब कोई सुकरात कहाँ ।
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मेरी आँखों मे बुंदे थी, जब तितली के पंख नुचे,
जी तो चाहे शहर डुबो दूँ, आँखों में बरसात कहाँ ।
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तेरी याद के नाखूनों से, रोज उधेड़े जख़्मों को,
मिलन की मरहम की चाहत है, पर ऐसी कोई रात कहाँ ।
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S. ALAM❤💐❤🌹❤🌹❤💐❤💐❤🌹❤

Sunday, 18 February 2018

MD SHAह ALAम

दोस्त एक ऐसा चोर होता है.. जो आंखो से आंसू, चेहरे से परेशानी, दिल से मायुसी, जिंदगी से दर्द और, हाथों की लकीरों से मौत तक चुरा लेता है..!!
Mdshahalam

Sunday, 11 February 2018

अपनी यादें

अपनी यादें...

अपनी यादें अपनी बातें लेकर जाना भूल गये;
जाने वाले जल्दी में मिलकर जाना भूल गये;

मुड़-मुड़ कर देखा था जाते वक़्त रास्ते में उन्होंने;
जैसे कुछ जरुरी था, जो वो हमें बताना भूल गये;

वक़्त-ए-रुखसत भी रो रहा था हमारी बेबसी पर;
उनके आंसू तो वहीं रह गये, वो बाहर ही आना भूल गये।
Mdshahalam