❤🌹❤🌹❤🌹❤🌹❤🌹❤🌹❤🌹🌹❤
🌹❤🌹❤🌹❤🌹❤🌹❤🌹❤🌹❤🌹❤
मैने जब सोचा कि तुम बिन जिना मुश्किल बात नही,
दिन तो मुश्किल से ही गुज़रा, तुम बिन गुज़री रात कहाँ
💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐
ज़हर समय का वह पी लेगा, कहता है तो कहने दो..
लीडर है वो सच न मानें, अब कोई सुकरात कहाँ ।
🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹
मेरी आँखों मे बुंदे थी, जब तितली के पंख नुचे,
जी तो चाहे शहर डुबो दूँ, आँखों में बरसात कहाँ ।
🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹
तेरी याद के नाखूनों से, रोज उधेड़े जख़्मों को,
मिलन की मरहम की चाहत है, पर ऐसी कोई रात कहाँ ।
❤💐❤💐❤🌹❤🌹❤🌹❤🌹❤🌹❤🌹
S. ALAM❤💐❤🌹❤🌹❤💐❤💐❤🌹❤
🌹❤🌹❤🌹❤🌹❤🌹❤🌹❤🌹❤🌹❤
मैने जब सोचा कि तुम बिन जिना मुश्किल बात नही,
दिन तो मुश्किल से ही गुज़रा, तुम बिन गुज़री रात कहाँ
💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐
ज़हर समय का वह पी लेगा, कहता है तो कहने दो..
लीडर है वो सच न मानें, अब कोई सुकरात कहाँ ।
🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹
मेरी आँखों मे बुंदे थी, जब तितली के पंख नुचे,
जी तो चाहे शहर डुबो दूँ, आँखों में बरसात कहाँ ।
🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹
तेरी याद के नाखूनों से, रोज उधेड़े जख़्मों को,
मिलन की मरहम की चाहत है, पर ऐसी कोई रात कहाँ ।
❤💐❤💐❤🌹❤🌹❤🌹❤🌹❤🌹❤🌹
S. ALAM❤💐❤🌹❤🌹❤💐❤💐❤🌹❤
No comments:
Post a Comment
Mdshahalam.ms36@gmail.com