मत पूछ ज़िन्दगी कैसे गुजरती है तन्हाई में,
आँखों से बरसते हैं आँसू उनकी जुदाई में,
न जाने किस जुर्म की सजा मिली है मुझे,
बहुत रोता है दिल मेरा उनकी बेवफाई में।
Shahalam
आँखों से बरसते हैं आँसू उनकी जुदाई में,
न जाने किस जुर्म की सजा मिली है मुझे,
बहुत रोता है दिल मेरा उनकी बेवफाई में।
Shahalam
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