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जो लोग हमें ताने देते हैं,

 जो लोग हमें ताने देते हैं, हमने तो बस चुप्पी साध ली है। बुराई में भी अच्छाई ढूँढते हैं, हमने तो सबको दुआ ही दी है। हम बुरे सही, मगर किसका द...

Friday, 12 August 2022

रोज़ तारों को नुमाइश में ख़लल पड़ता है

रोज़ तारों को नुमाइश में ख़लल पड़ता है
चॉंद पागल है अंधेरे में निकल पड़ता है।
उसकी याद आई है सॉंसों ज़रा आहिस्ता चलो
धड़कनों से भी इबादत में ख़लल पड़ता है।
MD SHAह ALAम

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