https://mdshahalam786.blogspot.com/

जो लोग हमें ताने देते हैं,

 जो लोग हमें ताने देते हैं, हमने तो बस चुप्पी साध ली है। बुराई में भी अच्छाई ढूँढते हैं, हमने तो सबको दुआ ही दी है। हम बुरे सही, मगर किसका द...

Tuesday, 29 August 2017

धूल चेहरे पर थी

धूल चेहरे पर थी, तुम आईने को पोछते रहे
आतंकी आश्रम में थे, तुम मदरसे में ढूंढते रहे ।
#शेयर_करे
Mdshahalam

Wednesday, 2 August 2017

रात काफी हो चुकी है

 MD SHAHALAM: रात काफी हो चुकी है अब चिराग बुझा दीजिये एक हसीं ख्वाब राह देखता है आपकी बस पलकों के परदे गिरा दीजिये!!! शुभ रात्री !! गुड नाईट !!!
Mdshahalam786.blogspot.com
[02/08, 10:06 PM] MD SHAHALAM: कुछ पाने के लिए कुछ खोना पड़ता है मुस्कुराने के लिए भी रोना पड़ता है यूं ही नहीं होता है सवेरा सुबह होने के लिए रात भर सोना पड़ता है! शुभ रात्री !! गुड नाईट !!!
Mdshahalam786.blogspot.com

शाम की लाली रात का काजल

(1)शाम की लाली रात का काजल सुबह की तक़दीर हो तुम
हो चलता फिरता ताजमहल सांसे लेता कश्मीर हो तुम|

(2)गाँव छोड़ा तो कई आँखों में काजल फैला
शहर पहुँचा तो किसी माथे पे झूमर झूमा #
***
(3)“काँपती लौ, ये स्याही, ये धुआँ, ये काजल
उम्र सब अपनी इन्हें गीत बनाने में कटी
कौन समझे मेरी आँखों की नमी का मतलब
ज़िन्दगी गीत थी पर जिल्द बंधाने में कटी” (शाह आलम)
***
(4)तेरी आँखों में समा जाऊँगा काजल की तरह,
तू ढूँढती रह जायेगी मुझे पागल की तरह,,
***
(5)शाम की लाली रात का काजल सुबह की तक़दीर हो तुम
हो चलता फिरता ताजमहल सांसे लेता कश्मीर हो तुम
***