MD SHAHALAM: रात काफी हो चुकी है अब चिराग बुझा दीजिये एक हसीं ख्वाब राह देखता है आपकी बस पलकों के परदे गिरा दीजिये!!! शुभ रात्री !! गुड नाईट !!!
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[02/08, 10:06 PM] MD SHAHALAM: कुछ पाने के लिए कुछ खोना पड़ता है मुस्कुराने के लिए भी रोना पड़ता है यूं ही नहीं होता है सवेरा सुबह होने के लिए रात भर सोना पड़ता है! शुभ रात्री !! गुड नाईट !!!
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[02/08, 10:06 PM] MD SHAHALAM: कुछ पाने के लिए कुछ खोना पड़ता है मुस्कुराने के लिए भी रोना पड़ता है यूं ही नहीं होता है सवेरा सुबह होने के लिए रात भर सोना पड़ता है! शुभ रात्री !! गुड नाईट !!!
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